बाल ऋषि फाउंडेशन द्वारा प्राथमिक विद्यालय, गोलहन के पुरवा – विकास क्षेत्र कालांकांकर, जनपद – प्रतापगढ़ में आयोजित किया गया यह कार्यक्रम समाज के लिए एक प्रेरणादायक पहल है। इसमें वृक्षारोपण के साथ-साथ बच्चों के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए मेडिकल किट और फलों का वितरण भी किया गया, जो निश्चित रूप से बच्चों और समुदाय के लिए लाभकारी साबित होगा।
कार्यक्रम में बाल ऋषि फाउंडेशन के संस्थापक शशिधर मिश्रा और सह संस्थापक लवलेश पाल की उपस्थिति ने इसे और भी सम्मानित किया। उनके साथ सहयोगी सदस्य अमन साहू, नरसिंह यादव और विद्यालय के प्रधानाध्यापक पंकज सिंह, सहायक अध्यापक राघवेंद्र त्रिपाठी और नितिन सर का योगदान भी सराहनीय था।
वृक्षारोपण की इस पहल ने न केवल पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाई, बल्कि बच्चों को प्राकृतिक संतुलन और हरियाली के महत्व से भी अवगत कराया। इस प्रकार के कार्यक्रम समाज में नैतिक, सांस्कृतिक और पर्यावरणीय संवेदनशीलता को बढ़ावा देने में सहायक होते हैं, और बच्चों को स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रेरित करते हैं।
यह कार्यक्रम एक उदाहरण प्रस्तुत करता है कि कैसे छोटे-छोटे प्रयास समाज में बड़े बदलाव ला सकते हैं।
इस कार्यक्रम का महत्व सिर्फ पर्यावरण और बच्चों के स्वास्थ्य तक ही सीमित नहीं था, बल्कि यह समाज में सामूहिक जिम्मेदारी, सहयोग और एकजुटता का संदेश भी देता है। वृक्षारोपण की इस गतिविधि से न केवल हरियाली बढ़ी, बल्कि यह बच्चों को प्रकृति से जुड़ने और पर्यावरणीय संरक्षण के प्रति जिम्मेदारी का अहसास भी दिलाता है। जब बच्चे अपने ही विद्यालय परिसर में पौधों को लगाते हैं, तो उन्हें उन पौधों की देखभाल करने और उन्हें बढ़ते हुए देखने का अनुभव मिलता है, जो कि भविष्य में पर्यावरण के प्रति उनके दृष्टिकोण को सकारात्मक रूप से प्रभावित करेगा।
मेडिकल किट और फलों का वितरण बच्चों के स्वास्थ्य की चिंता को भी दर्शाता है। विशेष रूप से ग्रामीण इलाकों में बच्चों की स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति बेहतर बनाने के लिए ऐसे कदम उठाए जाने चाहिए। यह सुनिश्चित करता है कि बच्चों को प्राथमिक चिकित्सा की सुविधाएं मिलें और वे स्वस्थ रहें, ताकि वे अपनी शिक्षा पर ध्यान केंद्रित कर सकें। इसके अलावा, फलों का वितरण बच्चों को पोषण की महत्वता और स्वच्छ आहार के लाभों के बारे में भी जागरूक करता है।
कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधानाध्यापक पंकज सिंह और सहायक अध्यापक राघवेंद्र त्रिपाठी का योगदान भी महत्वपूर्ण था, क्योंकि उनके नेतृत्व में विद्यालय के बच्चों को यह अवसर मिला कि वे इस कार्यक्रम में भाग लें और इसका लाभ उठाएं। इसके अलावा, सहयोगी सदस्य अमन साहू और नरसिंह यादव ने इस आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
बाल ऋषि फाउंडेशन का यह प्रयास न केवल बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए लाभकारी है, बल्कि यह समाज के विकास की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। इस प्रकार के आयोजनों से न सिर्फ शिक्षा का स्तर बढ़ता है, बल्कि बच्चों में सामाजिक जिम्मेदारी और नेतृत्व की भावना भी विकसित होती है।
इस आयोजन ने यह सिद्ध कर दिया कि एक मजबूत और संवेदनशील समाज की स्थापना के लिए हमें अपने बच्चों को पर्यावरणीय, सामाजिक और स्वास्थ्य संबंधित शिक्षा देना जरूरी है। यह पहल निश्चित रूप से दूसरों को प्रेरित करेगी और समाज के हर वर्ग में जागरूकता लाएगी।